Tumne bar bar Dil toda phir bhi kuch n kaha humne tumne bar bar dil toda phir bhi kuch n kaha humne asa kyu karte ho asa kyo karte ho kya kiya ha humne- CREATED BY ADITYA PATEL
चलता रहूँगा पथ पर, चलने में माहिर बन जाऊँगा, या तो मंजिल मिल जायेगी या अच्छा मुसाफ़िर बन जाऊँगा.
मेरी जान मैं तेरी कमज़ोरियों से खेलूंगा
मेरी जिंदगी का सबसे खूबसूरत किरदार हो तुम,
खुदा से भी प्यारी हैं मुस्कान तुम्हारी,
क्योकी अंदाजा तो बारिश का लगाया जाता है, तुफान का नहीं”
जवाब देना तो हमे भी आता हैं लेकिन आप इस काबिल नहीं।
दुनियादारी की चादर ओढ़ी है पर जिस दिन दिमाग सटका ना,
आवेदन, निवेदन और फिर ना माने तो दे दना-दन।
बस मुझे उतना समझ जितना नजर आता हूँ मैं।
जरूरी नहीं की सबकी नज़रों में अच्छे ही बनों, कुछ लोगों की नज़रों में खटकने का मज़ा ही कुछ और है।
असफलताए इंसान को तोड़ देती है, जीवन की राहों को नया मोड़ देती है, जो करते हैं, जी-जान से प्रयास पूरा, get more info असफलताएं उनका पीछा छोड़ देती है.
मंजिल मिलने से दोस्ती भुलाई नहीं जाती,
फिर सोचता हूं होंगे दुनिया में उसके भी अपने,